कॉफी पीने से डोपामाइन हॉर्मोन बढ़ा सकता है, यह एक नई शोध के अनुसार पता चला है। डोपामाइन हॉर्मोन एक तरह का खुदरा हॉर्मोन होता है जो हमारे शरीर में खुशी और आनंद की भावना को बढ़ाने में मदद करता है। कॉफी में मौजूद कैफीन के कारण हमें यह खुशी की भावना महसूस होती है और हमें एक चयापचय विशेषज्ञ डॉक्टर रवि कुमार मलिक ने बताया है कि कॉफी पीने से डोपामाइन के स्तर को भी बढ़ाया जा सकता है।
वैसे तो हरी चाय में भी कैफीन होता है लेकिन कॉफी के मुकाबले हरी चाय में कैफीन की मात्रा बहुत कम होती है। और इसमें मौजूद एक और सक्रिय तत्व ल-थियनाइन है जो डोपामाइन के स्तर को भी बढ़ाने में मदद करता है। तो अगर आप डोपामाइन की मात्रा बढ़ाना चाहते हैं तो कॉफी की बजाय हरी चाय पिएं।
यह भी नई रिसर्च के लिए कहा जा रहा है कि डार्क चॉकलेट खाने से भी डोपामाइन के स्तर को बढ़ाया जा सकता है। डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लावनोइड नामक एक सक्रिय तत्व होता है जो ब्रेन में डोपामाइन के लेवल को बढ़ाने में मदद करता है। इसलिए, यदि आप खुश और आनंदमय जीवन जीना चाहते हैं तो अपने आहार में डार्क चॉकलेट को शामिल करें।
अगर आप डोपामाइन के स्तर को और बढ़ाना चाहते हैं तो नट्स को भी अपने आहार में शामिल करें। नट्स में प्रोटीन, मोनोआनसेंटेड फैट, विटामिन और मिनरल्स मौजूद होते हैं जो आपके डोपामाइन लेवल को बढ़ाने में मदद करते हैं।
डेयरी प्रोडक्ट्स भी डोपामाइन के स्तर को बढ़ा सकते हैं। डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे दूध, दही और चीज एक बहुत अच्छी सूर्य स्रोत होते हैं और ये डोपामाइन की मात्रा को बढ़ाने में मदद करते हैं।
सब्जियां खाने से भी आप अपने डोपामाइन के स्तर को बढ़ा सकते हैं। हरी सब्जियों में प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स की अच्छी मात्रा होती है जो ब्रेन को आनंद की भावना देने में मदद करती है। इसलिए, हरी सब्जियां अपने आहार में शामिल करके आप डोपामाइन के स्तर को बढ़ा सकते हैं।
इस शोध के मुताबिक यह बताया जा रहा है कि आप उचित मात्रा में डोपामाइन हॉर्मोन बढ़ाने वाले आहार का सेवन करके अपने दिनचर्या में धीरे-धीरे सुधारा जा सकता है और आप अधिक खुशहाल और प्रसन्न जीवन जी सकते हैं।