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“सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश ने कहा, ‘कश्मीरी विस्थापितों के बारे में ज्यादा चर्चा नहीं होती है'”
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस संजय किशन कौल ने कहा है कि कश्मीरी विस्थापितों के बारे में कम बात की जाती है। उन्हें लगता है कि उन्हें पूरी सच्चाई का सामर्थ्य नहीं है क्योंकि इनका राजनीतिक महत्व कम है। समयराज और आर्थिक विकास की मर्यादा में विस्थापित लोगों को ध्यान देने आवश्यक है।
देश में जम्मू-कश्मीर के मामलों पर हो रही सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के दौरान, जस्टिस कौल ने बताया कि संविधान में धारा 370 को हटा देने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने सही ठहराया है। इससे एक नया अवसर बना है जिसमें विभाजित कश्मीर और जम्मू क्षेत्र के लोग आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि अब अयोग्यता के संकेत के बिना भी लोगों को उचित संरक्षण और विकास मिलेगा।
जस्टिस कौल ने पेशेवरी के बावजूद न्यायाधीशों को राजनीतिक दबाव से क्षमता से निर्भर होने की आवश्यकता बताई। उन्होंने बताया कि इसका प्रमुख कारण है पूर्वोत्तर क्षेत्रों में बढ़ते वायु प्रदूषण का ताजा मुद्दा बनेना। इसे ‘राजनीतिक’ मुद्दे के रूप में देखना जरूरी है और कार्यपालिका को इस पर विचार करने की जरूरत है। इससे संबंधित अधिकारियों ने तुरंत कदम उठाये और आवश्यक कार्रवाई करी जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस कौल ने यह संदेश दिया कि विश्वास के साथ अधिकारियों को अपने फैसले लेने की आज़ादी मिलनी चाहिए। यदि न्यायपालिका को इस प्रकार का स्वतंत्रता दी जाए, तो उसका निर्णय निष्पक्ष और व्यापक होगा। इससे साथ ही मुद्दा दोबारा राजनीतिक रूप में नहीं घुसेगा।
जस्टिस संजय किशन कौल के नजरिये वृद्धि के साथ अधिकारियों को उत्पन्न होने वाले मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक सभी पक्षों के बीच सार्वभौमिक समझौता नहीं होगा, तब तक समस्या से मुक्ति की कल्पना करना असंभव है। विशेष रूप से अन्याय के खिलाफ लड़ाई में संघर्ष करने वाले अधिकारियों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। आर्थिक विकास और विश्वास की षड्यंत्र को सफल बनाने के लिए सभी पक्षों की सहयोग की आवश्यकता होती है।
यह था आपके लिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस संजय किशन कौल के बयान पर आधारित न्यूज़ आर्टिकल। विवादों पर पूर्ण ध्यान देते हुए, जस्टिस संजय किशन कौल ने कहा कि उनका मानना है कि विभाजन के बावजूद विस्थापितों को उचित योग्यता की स्थिति दी जाएगी, ताकि वे आगे बढ़ सकें।
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