सोने के दामों में तेजी से गिरावट आई है, इंटरनेशनल मार्केट में उथल-पुथल के कारण। गहनों के बाजार में सोने की कीमत 5000 रुपये प्रति 10 ग्राम से भी ज्यादा टूट गई है। नवरात्रि से शुरू होने वाले फेस्टिव सीजन के आने से सोने और चांदी की डिमांड बढ़ जाती है। इसके परिणामस्वरूप, सोने का रेट मई के पहले हफ्ते में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। चांदी का भाव भी 77280 रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था और अब तक 10 हजार रुपये की गिरावट देखी गई है।
सोने के दामों का तय होना मार्केट की डिमांड और सप्लाई के आधार पर होता है। अगर सोने की मांग अधिक हो और सप्लाई कम हो, तो इसके दाम बढ़ते हैं। वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों के अनुसार भी सोने की कीमत प्रभावित होती है। कोरोना महामारी के दौरान सोने का रेट तेजी से बढ़ गया था।
फेस्टिव सीजन में होने वाली सोने-चांदी की डिमांड बढ़ने के कारण इसमें तेजी की संभावना है। इस दौरान सोने में निवेश के लिए फायदेमंद समय हो सकता है। अगर आपके पास सोने और चांदी की गहने हैं, तो इन्हें बेचकर व्यापारी और निवेशक अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
सोने की कीमतों में आए इतने वृद्धि के साथ ही यह भी इंजाम देता है कि अगर इस समय सोने या चांदी में निवेश किया जाए, तो मामले में मुनाफा प्राप्त किया जा सकता है। धाराप्रवाह के साथ, बाजार में सोने की खरीदारी की मांग में वृद्धि होने की संभावना है, जो कि दिवाली तक बनी रहेगी। इसलिए, फेस्टिव सीजन में सोने में निवेश के लिए यह बहुत अच्छा समय हो सकता है।
इसलिए, फेस्टिव सीजन के दौरान, सोने और चांदी के दामों में तेजी से गिरावट देखी जा रही है। यह उथल-पुथल के कारण हो रहा है और इससे निवेशकों के लिए बड़ी संभावनाएं खुल रही हैं। अगर आप सोने में निवेश करना चाहते हैं, तो यह एक बहुत अच्छा समय हो सकता है।
“Social media scholar. Reader. Zombieaholic. Hardcore music maven. Web fanatic. Coffee practitioner. Explorer.”